समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें
हर बात में हिंदू-मुस्लिम घुसाना बंद करो, तुनीषा ने हिजाब पहना है तो जीशान भी तो आरती कर रहा है!
इस केस को लव-जिहाद बतलाने की इतनी जल्दी थी कि लोगों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने से पहले ही हल्ला मचा दिया कि तुनीषा प्रेग्नेंट थी. जबकि रिपोर्ट में यह बात साबित हुई कि वह प्रेग्नेंट नहीं थीं. कई लोगों की मानसिकता ऐसी हो गई है कि यहां अपराध की बात बाद में आती है, पहले पीडि़त का जाति और धर्म खोजा जाता है.
समाज | 3-मिनट में पढ़ें
तुनिशा शर्मा और श्रद्धा वॉल्कर कितनी एक जैसी: वही प्रेमी की बेरुखी और माता-पिता से दूरी!
आप प्यार में पड़ते हैं तो सिर्फ़ प्यार नहीं एक ज़िम्मेवारी भी तो आती है आपके ऊपर. ऐसा किस प्यार कि कल तक साथ जीने मरने की क़समें खा रहे हैं और आज मरता हुआ छोड़ कर चल दिये. ख़ैर, ख़ान साहेब को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है लेकिन सज़ा मिलेगी या नहीं कहना मुश्किल है. आज तक जिया ख़ान को इंसाफ़ नहीं मिला और सूरज पंचोली हीरो बन कर घूम ही रहे हैं.
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें


